*बेटी जीवन का सबसे खूबसूरत उपहार, श्रीमती मुमताज शेख़*
“देवीयों का स्वरूप, खुदा का अभिमान हैं बेटियां, गुलाब की पाखुंडियों की तरह खिलती हुई कलियां हैं, हंसती हुई बेटियां, खुदा की बारगाह में न जाने कितनी परियों ने मिलकर की थी खुदा से मिन्नते, जिसे खुदा ने कबूल कर ख्वाबों को सच कर दिया परियों के हौसले ने खुदा को राजी कर बेटियों हमारे झोलीयों मे डाल दिया, बिना वजह खुश रहने का अहसास हैं बेटियां, बेटीया हैं खिलता हुआ फूल और फल, जो छूकर घर को, कर दे महल, चुके बेटियां हर किसी की किस्मत में कहां होती हैं, जिसके लिए किस्मत रब्बुल आलमीन खास तौर से लिखता है”
।। कौन कहता है परियां आसमान मे रहती हैं, मेरे आंगन में खुदा ने पारियों को उतारा है।।
मेरी दुआ है बेटी आयत को जीवन में हमेशा मिले कामयाबी हर वक्त, सदा तू खुशहाल रहे न डगमगाए किसी भी डगर पर तू, हर कदम तेरा इतना बेमिसाल रहे, की कामयाबी तेरे कदम चूमे, ये दिन, ये महीना, ये तारीख जब जब आई है, हमने प्यार से जन्म-दिन की महफ़िल सजाई है, हमारी दुआ है कि खुशियां बेशुमार मिले बेटी आयात आप को, बेटी आयात को बहुत बहुत जन्मदिन की मुबारक बाद। चुकी बेटीया दिन में धूप, आत्मा में खुशी और दिल में प्यार भर देती है। बेटी हमारे जीवन का अल्लाह तआला का दिया हुआ सबसे खूबसूरत अनमोल तोहफा है। आयात आप से मम्मी श्रीमती मुमताज शेख़, पापा, नाना, नानी, मामा, मामी, डैड, बड़े पापा, आंटी, अंकल, अप्पी, भाई ढेर सारा प्यार भरा जन्म दिन मुबारक बाद। चुके हमे बेटी के रूप मे नायब तोहफा हमे अल्लाह तआला ने दिया है।