पीलीभीत। ईको विकास समिति की बैठक में डीएफओ ने ईडीसी की योजनाओं की लोगों को जानकारी दी। कहा कि इससे टाइगर रिजर्व के आसपास के ग्रामीणों का जीवन स्तर उठाने का प्रयास किया जाएगा। लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए आर्थिक सहायता भी दी जाएगी। इको विकास कार्यक्रम की कार्य योजना को लेकर सप्त सरोवर पर इको विकास समितियों की बैठक का आयोजन डब्ल्यूडब्ल्यूएफ की ओर से किया गया। बैठक में प्रभागीय वनाधिकारी पीलीभीत टाइगर रिजर्व ने कहा कि टाइगर रिजर्व के आसपास के क्षेत्रो में लोगों के जीवन स्तर को ऊंचा उठाने के लिए, उनके रोजगार एवं गांव के सतत् विकास के लिए ईडीसी के माध्यम से कार्य करता है। इसी के तहत पीलीभीत टाइगर रिजर्व की ओर से सभी ईडीसी को आर्थिक सहायता दिया जाना प्रस्तावित है। ईडीसी के द्वारा नौकायन संचालन, जिप्सी संचालन, होमस्टे, टेंट एवं सिलाई कार्य, शैक्षिक भ्रमण, जंगल के पास के क्षेत्र में प्रकाश व्यवस्था आदि की कार्य योजनाएं शामिल है। समीक्षा के बाद पीलीभीत टाइगर रिजर्व की ओर से सभी को एक-एक लाख रुपए की आर्थिक सहायता दी जाएगी। साथ ही स्थानीय उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए जल्द ही प्रोसेसिंग यूनिट लगाने पर भी चर्चा की गई। बैठक में वरिष्ठ परियोजना अधिकारी डब्ल्यू डब्ल्यू एफ नरेश कुमार, वन क्षेत्र अधिकारी अरुण मोहन श्रीवास्तव के अलावानौजलहा नकटा, महाराजपुर, पुराना तालुके महाराजपुर, सेल्हा टांडा छत्रपति, मुस्तफाबाद और चौड़ा खेड़ा इको विकास समितियां के सदस्यों एवं पदाधिकारी मौजूद रहे।
न्यूरिया से मोहम्मद अनस की रिपोर्ट
