सुलतानपुर अपडेट –
*शासनादेश को दरकिनार कर पीडब्ल्यूडी में मानक विहीन पोस्टिंग से जुड़ा मामला, विश्वसनीय सूत्रों की मानें तो जल्द ही जांच रिपोर्ट के बाद कार्यवाही के मिल रहे संकेत*
सुलतानपुर। उत्तर प्रदेश में जीरो टॉलरेंस को लेकर योगी सरकार की सख्ती के आगे ब्यूरोक्रेसी के भ्रष्टाचार के आगे सारे फरमान दम तोड़ते नजर आ रहे जिसका जीता जगता सबूत स्टांप पंजीयन विभाग में चली तबादला एक्सप्रेस बनी, तबादला सत्र में अनियमितताओं और भ्रष्टाचार के चलते योगी सरकार ने जीओ के विपरीत हुए स्थानांतरण व पोस्टिंग प्रक्रिया पर प्रशासनिक कार्यवाही करते हुए प्रदेश स्तरीय दो वरिष्ठ अफसरों को पद से हटाते हुए स्थानांतरण प्रक्रिया पर लगाई रोक लगाते हुए तबादला सूची को निरस्त कर दिया था। लेकिन भ्रष्टाचार की जड़ें सुलतानपुर के पीडब्ल्यूडी विभाग के प्रांतीय खण्ड तीन तक भी मौजूद दिख रही है। जहाँ शासनादेश के विपरीत सीडी 3 में तैनात सहायक अभियंता दुर्गेश कुमार की तैनाती पूर्व मुख्यमंत्री व बसपा सुप्रीमो मायावती के उस ट्वीट को बल देती नजर आ रही हैं जिसमें भ्रष्टाचार और हिस्सेदारी जैसे संगीन आरोपों की झड़ी लगाते हुए योगी सरकार को घेरने की जमकर कोशिशें की गई हैं, बैरहाल अगर बसपा सुप्रीमो मायावती के ट्वीट में आरोपों की मांग पर सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने तबादला सत्र के दौरान जारी स्थानांतरण कार्यवाही की जांच विजीलेन्स व एसआईटी को सौंपी तो भ्रष्टाचार जांच की आंच सुलतानपुर जनपद के लोकनिर्माण विभाग के प्रांतीय खण्ड तीन में शासनादेश के विपरीत तैनात सहायक अभियंता दुर्गेश कुमार तक पहुंचना तय माना जा रहा।
तबादलों में गड़बड़ी को लेकर योगी सरकार ने सख्ती बरतते हुए तबादलों की सूची निरस्त कर दी है,जिसके बाद विपक्षी दल जीरो टॉलरेंस नीति पर जमकर हंगामा मचा रखा है, पूर्व मुख्यमंत्री व बीएसपी चीफ मायावती ने एक्स के जरिये योगी सरकार को जमकर घेरते हुए वीजिलेंस व एसआईटी जांच की मांग तक कर डाली। तबादला सत्र के दौरान स्थानांतरण में बरती गयी अनियमितता पर योगी सरकार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए शासन स्तर के दो अफसरों पर कार्रवाई करते हुए एसटीएफ को जांच के आदेश भी जारी कर दिए है।
अगर एसटीएफ या एसआईटी जांच हुई तो तबादलों के खेल की आंच सुलतानपुर पहुँच सकती है , जनपद के पीडब्ल्यूडी में सरकार के शासनादेश को दरकिनार कर वर्षों से जमें सीडी 3 के सहायक अभियंता दुर्गेश कुमार की भी शासन से हुई है शिकायत, शिकायत पर संज्ञान लेते हुए उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए गए हैं,अधिशाषी अभियंता पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खण्ड को मिली है जांच, जिसकी रिपोर्ट 13 जुलाई 2025 तक सौंपी जानी है। शिकायतकर्ता की मानें तो स्थानीय अधिकारियों को अनुचित प्रभाव में लेते हुए सहायक अभियंता दुर्गेश कुमार जांच को कर सकते हैं प्रभावित, शिकायतकर्ता ने मुख्यमंत्री व प्रमुख सचिव समेत पीडब्ल्यूडी मंत्री को चिट्ठी लिख एसआईटी या स्वतंत्र जांच एजेंसी से जांच कराकर कार्यवाही की मांग तक कर डाली है।
जांच की आंच ने सुलतानपुर पीडब्ल्यूडी प्रांतीय खण्ड में मचा रखा है हड़कंप, वर्षों से एक ही पटल व जनपद में निर्धारित समय सीमा पूर्ण कर चुके कर्मचारियों ने शुरू की माननीयों के दर की गणेश परिक्रमा । विभागीय सुगबुगाहट की मानें तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त कार्यवाही को देख माननीय व बड़े अफसरों के वरदहस्त देने का आश्वासन भी हुआ मौन, संरक्षण प्रदान करने के वायदे दिख रहे खोखले, शासन से होने वाली जांच रिपोर्ट की शासन गोपनीय तरीके से करा रहा क्रॉस चेकिंग, अनियमितता व कागजी खानापूर्ति की रिपोर्ट प्रेषित करने वाले जांच अधिकारियों पर भी कड़ी कार्रवाई की लटकेगी तलवार।

यूपी एडिटर सुनील कुमार तिवारी उत्तर प्रदेश हेल्पलाइन नंबर
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