संवाददाता मुनेन्द्र शर्मा
बाढ़ के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में मॉक एक्सरसाइज कर लिया तैयारियों का जायज़ा।
बदायूँ: 26 जून। जनपद में बाढ़ की स्थिति से निपटने एवं पूर्व तैयारी करने हेतु गुरुवार के प्रातः 9ः00 बजे से अपरान्ह 02ः00 बजे तक बाढ़ के प्रति संवेदनशील क्षेत्रों में ग्राम कछला गंगाघाट पर टीम द्वारा बाढ़ में नाव पलटने की घटना व नदी में डूबते हुए को बचाने की मॉक एक्सरसाइज़ व ग्राम अटैना पुख्ता गंगा घाट तहसील दातागंज में टीम द्वारा बाढ़ में फंसे व्यक्तियों को रेस्क्यू करने की मॉक एक्सरसाइज तथा ग्राम खागी नगला मजरा सिठौलिया खाम तहसील सहसवान में टीम द्वारा गंगा नदी में जलस्तर बढ़ जाने के कारण कटान होने की सूचना मिलने पर ग्राम को खाली कराये जाने का प्रदर्शन कराया गया।
ग्राम कछला गंगाघाट पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) की देख-रेख में उपजिलाधिकारी सदर की अध्यक्षता में पुलिस क्षेत्राधिकारी उझानी, प्रभारी चिकित्साधिकारी, प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी, सहायक अभियन्ता विद्युत, सहायक अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड, अग्निशमन अधिकारी, पी0ए0सी0, एन0सी0सी0, एन0एस0एस0, एन0वाई0के0, पी0आर0डी0 की टीम के द्वारा बाढ़ में नाव पलटने की घटना/नदी में डूबते हुए को बचाने की मॉक एक्सरसाइज़ की गई।
ग्राम अटैना पुख्ता गंगा घाट तहसील दातागंज पर उपजिलाधिकारी दातागंज की अध्यक्षता में पुलिस क्षेत्राधिकारी दातागंज, प्रभारी चिकित्साधिकारी, प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी, सहायक अभियन्ता विद्युत, सहायक अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड, अग्निशमन अधिकारी, एन0सी0सी0, एन0एस0एस0, एन0वाई0के0, पी0आर0डी0 की टीम द्वारा बाढ़ में फंसे व्यक्तियों को रेस्क्यू करने की मॉक एक्सरसाइज की गई।
इसके अतिरिक्त ग्राम खागी नगला मजरा सिठौलिया खाम तहसील सहसवान में उपजिलाधिकारी सहसवान की अध्यक्षता में पुलिस क्षेत्राधिकारी सहसवान, प्रभारी चिकित्साधिकारी, प्रभारी पशु चिकित्साधिकारी, सहायक अभियन्ता विद्युत, सहायक अभियन्ता प्रान्तीय खण्ड, अग्निशमन अधिकारी, एन0सी0सी0, एन0एस0एस0, एन0वाई0के0, पी0आर0डी0 की टीम के द्वारा गंगा नदी में जलस्तर बढ़ जाने के कारण ग्राम खागी नगला में कटान होने की सूचना मिलने पर ग्राम खाली कराये जाने का प्रदर्शन कराया गया।
बाढ़ के प्रति संवेदनशील तीनों क्षेत्रों में मॉक एक्सरसाइज के दौरान प्रभावित व्यक्तियों को स्थापित बाढ़ शरणालय में ठहराकर समस्त सुविधायें उपलब्ध करायी गयीं, राहत पैकेट बांटे गये, स्वास्थ्य विभाग द्वारा पीड़ितों को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करायी गयी, साथ ही पशुओं को शरणालय के पास स्थित खुले मैदान में लाया गया, जहां पशु चिकित्साधिकारी की देखरेख में पशु चिकित्सा स्टाफ द्वारा घायल एवं बीमार पशुओं को दवाई एवं टीकाकरण कराये जाने की मॉक एक्सरसाइज करायी गयी।